You are currently viewing ओबरा की आवाज मतलब आनन्द कुमार ,संघर्ष का दूसरा नाम आनन्द कुमार

ओबरा की आवाज मतलब आनन्द कुमार ,संघर्ष का दूसरा नाम आनन्द कुमार

यह लड़ाई राजनीतिक व्यक्तित्व बनाम राजनीतिक व्यवसाय की है आप जिसको सनेंगे वह आपके लिए काम करेगा तेल पेरने वाली मशीन में कूड़ा कचरा गिट्टी पथरा बालू डाल देंगे मशीन बैठ जाएगी वहीं पर अगर सरसों डाल देंगे तो तेल आएगा उसी तरीके से जब हम अच्छे नेता को वोट देंगे तब वह हमारे लिए काम करेगा और जब हम पहले से ही खराब व्यक्ति को वोट देंगे पैसे के आधार पर वोट देंगे राजनीतिक दल के आधार पर देंगे जाति के आधार पर देंगे दोस्त मित्र यार सगे संबंधी के आधार पर देंगे तब वह काम क्यों करेगा जागरूक होइए और अपना अधिकार दीजिए

आनन्द कुमार उर्फ आनन्द पटेल दयालु ने लगातार 20 वर्ष राजनीतिक व सामाजिक जीवन जी रहे हैं और कभी भी चुनाव नहीं लड़े उनका मानना है कि चुनाव मेरा मकसद नहीं है इसलिए वह सदैव लोगों को जागरूक करते रहते हैं कि आप योग्यता को चुनिए नगर पंचायत का चुनाव आ चुका है हर व्यक्ति कहता है

कि नेता काम नहीं करता

एक सवाल जनता से है की आपने नेता के नाम पर कब मतदान किया आपने राजनीतिक दल जाति दोस्त मित्र यार सगे संबंधी के नाम पर अपना मतदान किया है आपने यह नहीं कहा कि मुझे एक अच्छे नेता को वोट देना है जो चाहे किसी भी दल में हो चाहे किसी जाति से बिलॉन्ग करता हो चाहे मेरा दोस्त हो या ना हो हम एक अच्छे नेता के नाम पर वोट देंगे राजनीति में व्यवसाय हावी हो

रहा है व्यवसाय करना बुरा नहीं है लेकिन राजनीति कोई व्यवसाय नहीं है कि उसमें पैसा लगाइए और फिर निकालिए बिचारा जो वास्तव में राजनीति ईमानदारी से करता है वह कभी नेता बन नहीं पा रहा है वह जनपतिनिधि बन नहीं पा रहा है इसलिए योग्यता के आधार पर हर व्यक्ति को वोट देना चाहिए अपने नेता से सवाल पूछना
चाहिए अगर आपने सवाल नहीं पूछा तो आप राष्ट्रभक्त नहीं है आप अंधभक्त हैं राष्ट्र भक्त बनिए और अपने नेता से सवाल पूछिए आपको सही उत्तर मिल जाएगा कि वोट देने लायक कौन हैं ?

1-नेताजी आपने पिछले 5 वर्षों में क्या-क्या काम किया है जिसके आधार पर हम आपको मतदान करें‌।

2-कोरोना काल के विपरीत समय में जब जनता को सबसे ज्यादा जरूरत नेताजी आप की थी तो आप कहां थे रोज कमाने वाला और रोज खाने वाला व्यक्ति के जीवन में अकाल आ गया था पूरे भारत में लाक डाउन लगा था तो नेताजी आप कहां थे जितने लोग चुनाव लड़ रहे हैं उनसे प्रश्न पूछना अत्यंत आवश्यक है। तभी तो आप कौन की देशभक्ति के बारे में पता चलेगा

3-भलुआ टोला, बिल्ली, न्यू कॉलोनी ,श्रीराम नगर ,गजराज नगर में एक भी रोड नहीं बनाई जा रही थी एक भी नाली नहीं बनाई जा रही थी नियमित रूप से साफ सफाई नहीं हो रही थी एक भी लाइट नहीं लगाई जा रही थी तब नेता जी आपने क्या संघर्ष किया । हमारे लिए कब आवाज उठाया कब ज्ञापन दिया आपका काम नहीं हुआ तो कब आप ने विरोध प्रदर्शन किया।

4-बजट जो सरकार के द्वारा नगर पंचायत को मिलता है उसे तो कोई अनाड़ी आदमी भी खर्च करा सकता है क्योंकि 200 कर्मचारी चार बाबू पहले से ही विद्यमान है नेता अपने नेतृत्व के दम पर शहर को अलग क्या देगा यह सबसे बड़ा विषय है चुनाव में।

हमारा उत्तर-बिना किसी पद पर रहते हुए चाहे वह बिल्ली रेलवे स्टेशन हो चाहे खरैटिया का पोखरा हो चाहे ग्रीन माउंटेन स्कूल हो चाहे राजू खान जी भलुवा टोला के घर के सामने हो चाहे रामसहाय यादव जी के घर के सामने में कुल 14 हैंड पाइप गढ़वा कर ऐतिहासिक कार्य किया गया

1-ओबरा नगर पंचायत के विस्तारित क्षेत्रों में रोड , नालियों , लाइट एवं पानी नियमित साफ-सफाई के लिए संघर्ष करके व्यवस्था बनवाया जा रहा है।2-4300 महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की ख्यातिप्राप्त के साथ ही आत्म सम्मान और स्वाभिमान से जीने का सलीका सिखाया गया।3-सिलाई की दुकान खोल कर महिलाओं को दिया जा रहा है मालिकाना हक।4-अथक प्रयास से कबाड़ बीनने वाले बच्चे जा रहे हैं स्कूल।5-अथक प्रयास से विस्तारित क्षेत्रों में चाहे वह बिल्ली रेलवे स्टेशन हो चाहे भलुआ टोला में चाहे खैरटिया का छठ घाट लगातार प्रयास करके यहां पर चापाकल गड़वाया गया।6-कोरोना काल के विपरीत समय में जब लोग अपने घरों में थे तब हमारी टीम हमारे नेतृत्व में घर से निकल कर संघर्ष कर रही थी और 1000 परिवारों तक राशन पहुंचा कर और 400 लोगों का राशन कार्ड बनवा कर अपना फर्ज अदा किया एवं 2000 लोगों को मास्क बांटा गया ।7-बिल्ली रेलवे स्टेशन से झोपड़ी वालों को उखाड़ दिया गया था वहां संघर्ष करके झोपड़पट्टी पहले की तरह स्थापित कराया गया।8-ओबरा के सब्जी विक्रेता को वीआईपी रोड से हटा दिया गया उनके लिए तत्काल संघर्ष करके उन्हें पुनः वीआईपी रोड पर स्थापित कराया गया। 9-जरूरतमंद लोगों को कभी छाता कभी बच्चों के चप्पल गरीबों की शादी में अलग अलग तरीके से मदद करने का प्रयास जारी है।10-मूक बधिर बच्चों को ट्रैक सूट देने का काम किया गया।11-जब कांशीराम आवास के लोगों को ठंड में बाहर निकाल दिया गया था और बच्चे ठंड से ठिठुर रहे थे तो मेरे द्वारा संघर्ष करके बच्चों को कांशी राम आवास में जगह दिलाई गई।12-हर वर्ष 1000 जरूरतमंद परिवारों को शाल व कंबल देकर उन्हें ठंड से बचाने का प्रयास किया जाता है।13-जहां विस्तारित क्षेत्र में रोड और नालियां बद से बदतर की स्थिति में थी इस संवेदनशील मामले को प्रमुखता से चाहे वह जिलाधिकारी हो चाहे मंडलायुक्त हो चाहे अपर जिलाधिकारी महोदय हो चाहे शासन में अपनी बात मजबूती से रखनी पड़ी हो और जरूरत पड़ी तो हर गली में मोहल्लों में आम आदमी को लेकर विरोध प्रदर्शन करके विस्तारित क्षेत्र के विकास के लिए 25000000 रुपए का टेंडर विस्तारित क्षेत्र में निकलवा करअपनी बात मनवाई गई बहुत जल्द विस्तारित क्षेत्रों में विकास की गंगा बहेगी।14-ओबरा तापीय परियोजना में कार्यरत संविदा कर्मचारियों के लिए आवास आवंटन कराने के लिए संघर्षरत।15-ओबरा तापीय परियोजना के संविदा सफाई कर्मचारी के लिए ऊर्जा मंत्री से मिलकर उनकी समस्याओं का निराकरण कराया गया।

2-

यह हमारा उत्तर है

आनन्द पटेल दयालु की टीम निडर होकर 1000 जरूरतमंद परिवारों तक राशन पहुंचाने का ऐतिहासिक कार्य किया और 400 लोगों को राशन कार्ड बनवाने का ऐतिहासिक कार्य किया जबकि आनंद पटेल दयालु आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्ति हैं लेकिन इच्छाशक्ति की बदौलत यह काम हो पाया

3-

यह हमारा उत्तर है और जो लोग चुनाव लड़ रहे हैं उनसे भी यहसवाल का उत्तर पूछा जाए नहीं तो यह कहने का अधिकार किसी को नहीं है कि नेता काम नहीं करते क्योंकि जो नेता काम करते हैं जनता उन्हें समझ नहीं पाती या फिर जाति पर धर्म पर राजनीतिक दल पर दोस्त पर मित्र पर यार पर और उससे भी ऊपर उठे तो धन पर अगर कोई चुनाव जीतेगा तो फिर आपके लिए काम क्यों करेगा जिसका आधार ही रुपए है वह तो रुपया की कम आएगा जिसका आधार संघर्ष है वह आपके लिए संघर्ष करेगा

अपनी ही सरकार में70 बार विरोध प्रदर्शन करना पड़ा अधिकारियों का और 200 बार ज्ञापन देना पड़ा चाहे वह जिलाधिकारी महोदय को हो चाहे मंडलायुक्त को हैं चाहे अपर जिलाधिकारी महोदय को हो चाहे उप जिलाधिकारी महोदय को हो चाहे अधिशासी अधिकारी महोदय को हो चाहे शासन में बड़े स्तर पर हो चाहे अपनी नेता माननीय अनुप्रिया पटेल जी राष्ट्रीय अध्यक्षों चाहे माननीय आशीष भैया कैबिनेट मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार चाहे कारागार एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री माननीय जय कुमार सिंह जैकी जी हो चाहे रोड पर आम जनता का हस्ताक्षर कराना हो यह लगातार संघर्ष करने के बाद लाइटों का काम विस्तारित क्षेत्रों में हुआ इसके बाद नियमित रूप से साफ सफाई कराने का कार्य शुरू हुआ इसके बाद ढाई करोड़ रुपए का टेंडर ओबरा से कैंसिल करा कर विस्तारित क्षेत्रों के लोगों को 5 करोड़ रुपए का काम दिलाया गया जो आज दिखाई दे रहा है रोड नालिया लगभग कई जगहों पर बनाई जा रही हैं

4-आनंद पटेल दयालु ने अपने पंपलेट पर सीधा लिखा किस शहर को हॉस्पिटल दिया जाएगा जिसमें गरीबों का इलाज निशुल्क होगा जो आज हॉस्पिटल खोल दिया गया है दूसरा टेन प्लस टू सीबीएसई बोर्ड दिया जाएगा जिसमें गरीब का बच्चा भी पढ़ सकेगा यह नेतृत्व के दम पर ही हो सकेगा।

हमारा उत्तर

Spread the love

This Post Has One Comment

Leave a Reply to orbit.anp Cancel reply