दुकानों में काम करने वाले प्लेट धोने वाले और जिनके मां बाप नहीं पढ़ा सकते हैं उन्हें जागरूक करके स्कूलों में दाखिला कराया जा रहा है जिससे कोई भी व्यक्ति वंचित न रहे शिक्षा से जो कबाड़ बीनने वाले मां बाप अपने बच्चे को संस्था के कहने से स्कूल भेज रहे हैं उन्हें हर वर्ष शॉल व कंबल देकर सम्मानित किया जाता है







