ओबरा की आवाज आनन्द कुमार उर्फ आनन्द पटेल दयालु
About us
हमारी सामाजिक सेवाएं जिन पर आप भरोसा कर सकते हैं...


हमने नागरिकों हर मूलभूत समस्याओं के लिये संघर्ष किया , चाहे गली की मरम्मत , सड़क या आवास इसके लिये जिस स्तर पे जाना पड़ा गए और जनता की आवाज बने ……
हमारा लच्छ
हमारा लच्छ हमेशा से जनता की की सेवा रहा है , उसके लिये हर सम्भव प्रयास किया और उनकी सवा का कार्य किया …
हमारी गारंटी
गारंटी मिलनी चाहिए , यह हर नागरिक का मूल अधिकार है , शिच्छा की गारंटी , रोजगार की गारंटी , स्वस्थ की गारंटी और आवास की गारंटी और इसके लिये संघर्ष जारी रहेगा ……
आनन्द कुमार स्कूल का नाम और घर का दयालु ऐसे अब लोग जिन्हें बोलते हैं आनन्द पटेल दयालु
आनन्द पटेल दयालु का जन्म 11 अगस्त सन 1986 को ओबरा सोनभद्र उत्तर प्रदेश में हुआ था बचपन से ही क्रांतिकारियों की किताबें पढ़ना और उनके बारे में लोगों को बताना यह शौक रहा 17 वर्ष की उम्र में बहुजन समाज पार्टी के बूथ अध्यक्ष और कार्य किया बहुजन समाज पार्टी के सेक्टर अध्यक्ष, विधानसभा महासचिव, लोकसभा प्रभारी जिला सचिव कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे सन 2006 में युवा बहुजन सेवा समिति नाम की संस्था बनाएं उस संस्था से आज 2023 तक 4300 महिलाएं आत्मनिर्भर बन चुकी हैं और 100000 महिलाओं का लक्ष्य अपने जीवन में है कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है ऐसा दयालु जी सोचते हैं सैकड़ों कबाड़ बीनने वाले बच्चों को स्कूल पहुंचा चुके हैं
जो अपने आप में एक इतिहास है जो बच्चे कबाड़ बिन ते हैं दुकानों में काम करते हैं प्लेट धोते हैं या जिनके पिताजी लैट्रिन साफ करते हैं साफ सफाई करते हैं अपने बच्चों को चेक नहीं पढ़ा सकते उनके बच्चों को पढ़ाने के लिए अथक प्रयास करते हैं और अपनी टीम को भी प्रेरित करते हैं 2017 में अपना दल एस पार्टी ज्वाइन करते हैं और प्रदेश महासचिव युवा मंच उत्तर प्रदेश का दायित्व पार्टी द्वारा दिया जाता है जिसे बखूबी निभाते हैं और 666 सक्रिय सदस्य बनाकर उत्तर प्रदेश में अपने नाम का लोहा मनवा ते हैं जो पार्टी में सबसे ज्यादा सक्रिय सदस्य 2019 में बनाया गया उस में पहला स्थान था 2020 के कोरोना काल के विपरीत समय में राष्ट्रीय नवनिर्माण सेना ट्रस्ट का गठन करके जब पूरे भारत में लाक डाउन था उस समय जो लोग रोज कमाते हैं और रोज खाते हैं उनके जीवन में बहुत ही हताशा का समय था क्योंकि घर से बाहर नहीं निकलना था तो काम कहां मिलता है लोग भूखे रहने को मजबूर हो चुके थे वहां पर राष्ट्रीय नवनिर्माण सेना की टीम आनन्द पटेल दयालु के नेतृत्व में 1000 परिवारों तक पहुंच कर उन्हें राशन देने का कार्य किया और 400 लोगों का राशन कार्ड बनवा कर ऐतिहासिक काम किया राशन कार्ड बनना बहुत ही कठिन काम था लेकिन नया प्रिंटर खरीदा गया और उस प्रिंटर से 400 लोगों का फोटो स्टेट किया गया और वह कागज जिले तक पहुंचाया गया तत्कालीन जिला पूर्ति अधिकारी श्री राकेश सिंह जी का बहुत बड़ा सहयोग रहा जिसके कारण गरीबों का तत्काल राशन कार्ड बना जहां सभी लोग डर रहे थे वहां पर आनंद पटेल दयालु के नेतृत्व में ऐतिहासिक काम किया जा रहा था आनंद पटेल दयालु जी युवा मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष बना दिए गए थे जनता का मुद्दा चाहे वह डिग्री कॉलेज की रोड का हो चाहे अनूप मेडिकल से लेकर बिल्ली प्राइमरी स्कूल तक हो चाहे मोतीचंद चौराहे से विनय पटेल के घर तक चाहे मोतीचंद चौराहे से बिल्ली पोखरी तक यह प्रमुख रोड जो ओबरा को जोड़ती है लगातार संघर्ष करके चाहे हस्ताक्षर अभियान के जरिए चाहे पत्राचार के जरिए चाहे अपने नेता माननीय अनुप्रिया पटेल जी राष्ट्रीय अध्यक्ष अपना दल एस वाणिज्य एवं औद्योगिक राज्य मंत्री भारत सरकार द्वारा पत्र लिखवाया गया कैबिनेट मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार माननीय आशीष पटेल जी द्वारा पत्र लिखवाया गया कारागार एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री रहे माननीय जय कुमार सिंह जैकी जी ने पत्र लिखा सांसद रावटसगंज माननीय पकौड़ी लाल कोल जी ने पत्र लिखा यह क्रम चलता रहा यह संघर्ष चलता रहा तब जाकर कहीं जिला खनिज निधि से यह ओबरा नगर पंचायत के विस्तारित क्षेत्र को यह सब रोडे मिल पाई हैं
1-ओबरा नगर पंचायत के विस्तारित क्षेत्रों में रोड , नालियों , लाइट एवं पानी नियमित साफ-सफाई के लिए संघर्ष करके व्यवस्था बनवाया जा रहा है।
2-4200 महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की ख्याति प्राप्त के साथ ही आत्म सम्मान और स्वाभिमान से जीनेका सलीका सिखाया गया।
3-सिलाई की दुकान खोल कर महिलाओं को दियाजा रहा है मालिकाना हक।
4-अथक प्रयास से कबाड़ बीनने वाले बच्चे जा रहे हैं स्कूल।
5-अथक प्रयास से विस्तारित क्षेत्रों में चाहे वह बिल्ली रेलवे स्टेशन हो चाहे भलुआ टोला में चाहे खैरटिया का छठ घाट लगातार प्रयास करके यहां पर चापाकल गड़वाया गया।
6-कोरोना काल के विपरीत समय में जब लोग अपने घरों में थे तब हमारी टीम हमारे नेतृत्व में घर से निक कर संघर्ष कर रही थी और 1000 परिवारों तक राशन पहुंचा कर और 400 लोगों का राशन कार्ड बनवा कर अपना फर्ज अदा किया एवं 2000 लोगों को मास्क बांटा गया ।
7-बिल्ली रेलवे स्टेशन से झोपड़ी वालों को उखाड़ दिया गया था वहां संघर्ष करके झोपड़पट्टी पहले की तरह स्थापित कराया गया।
8-ओबरा के सब्जी विक्रेता को वीआईपी रोड से हटा दिया गया उनके लिए तत्काल संघर्ष करके उन्हें पुनः वीआईपी रोड पर स्थापित कराया गया।
9-जरूरतमंद लोगों को कभी छाता कभी बच्चों केचप्पल गरीबों की शादी में अलग अलग तरीके से मदद करने का प्रयास जारी है।
10-मूक बधिर बच्चों को ट्रैक सूट देने का काम किया गया।
11-जब कांशीराम आवास के लोगों को ठंड में बाहर निकाल दिया गया था और बच्चे ठंड से ठिठुर रहे थे तो मेरे द्वारा संघर्ष करके बच्चों को कांशी राम आवास में जगह दिलाई गई।
12-हर वर्ष 1000 जरूरतमंद परिवारों को शाल व कंबल देकर उन्हें ठंड से बचाने का प्रयास किया जाता है।
13-जहां विस्तारित क्षेत्र में रोड और नालियां बद से बदतर की स्थिति में थी इस संवेदनशील मामले को प्रमुखता से चाहे वह जिलाधिकारी हो चाहे मंडलायुक्त हो चाहे अपर जिलाधिकारी महोदय हो चाहे शासन में अपनी बात मजबूती से रखनी पड़ी हो और जरूरत पड़ी
तो हर गली में मोहल्लों में आम आदमी को लेकर विरोध प्रदर्शन करके विस्तारित क्षेत्र के विकास के लिए 25000000 रुपए का टेंडर विस्तारित क्षेत्र में निकलवा करअपनी बात मनवाई गई बहुत जल्द विस्तारित क्षेत्रों में विकास की गंगा बहेगी।14-ओबरा तापीय परियोजना में कार्यरत संविदा
कर्मचारियों के लिए आवास आवंटन कराने के लिएसंघर्षरत।
15-ओबरा तापीय परियोजना के संविदा सफाईकर्मचारी के लिए ऊर्जा मंत्री से मिलकर उनकी
समस्याओं का निराकरण कराया गया। जीविकोपार्जन के संसाधन के लिए बजाज एलियांज लाइफ इंश्योरेंस कंपनी में पहले काम किया और आज रिलायंस निप्पों लाइफ इंश्योरेंस कंपनी में सेल्स मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं
उद्देश्य है कि किसी भी एक व्यक्ति का एक आंसू जो सुख आता हूं किसी भी एक व्यक्ति का जो दर्द जो मिटा पाऊ जिंदगी अपनी कामयाब तभी समझूंगा जब अपने देशवासियों के लिए अपनी जिंदगी लुटा पाऊं
समाज के अंतिम व्यक्ति तक जीवन की मूलभूत सुविधाएँ पहुचे, इसके लिये हमारा संघर्ष जारी रहेगा .....इस संघर्ष में आप के सहयोग की अपेछा का आभारी रहूँगा ...



