संघर्ष का पर्याय आनन्द पटेल दयालु
श्री आनंद पटेल ‘दयालु’ – संघर्ष, सेवा और नवनिर्माण की प्रेरक गाथा
परिचय
श्री आनंद पटेल ‘दयालु’ का जीवन समाज सेवा, संघर्ष और नवनिर्माण की प्रेरणादायक कहानी है। उनका जन्म 11 अगस्त 1986 को ओबरा, सोनभद्र, उत्तर प्रदेश में हुआ। उनके पिता स्वर्गीय राम शंकर और माता श्रीमती बरती देवी ने उन्हें संस्कार, मेहनत और सेवा की भावना सिखाई। उनके दो भाई और एक बहन हैं—कृष्णानंद सिंह (जीवित), स्वर्गीय अजय पटेल, और श्रीमती रेखा सिंह, जिनकी शादी श्री रविंद्र चौधरी से झारखंड में हुई है। उनकी पत्नी पुष्पा राय और बेटे अनन्य पटेल हैं।
अपना दल (एस) में ऐतिहासिक योगदान और संघर्ष
✅ 2019 में उत्तर प्रदेश में 666 सक्रिय सदस्य और 16,650 साधारण सदस्य बनाकर मात्र 45 दिनों में पार्टी को सबसे मजबूत किया।
✅ अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय अनुप्रिया पटेल जी और राष्ट्रीय संगठन महामंत्री माननीय आशीष पटेल जी के संघर्षों से प्रेरित होकर वे भी सड़क से लेकर जनहित की लड़ाई लड़ते रहे हैं।
✅ ओबरा तहसील की स्थापना के लिए 1500 से अधिक हस्ताक्षर कराकर एक मजबूत आंदोलन चलाया। इस पर संज्ञान लेते हुए माननीय अनुप्रिया पटेल जी ने उत्तर प्रदेश के राजस्व सचिव को पत्र लिखकर ओबरा तहसील को ओबरा में ही स्थापित करने की सशक्त पैरवी की, जिसके परिणामस्वरूप ओबरा में तहसील बन सकी।
✅ ओबरा डिग्री कॉलेज रोड की बदहाल स्थिति को देखते हुए संघर्ष किया और अंततः इसे बनवाकर ही दम लिया।
✅ संविदा कर्मियों को स्थायी करने और उनके वेतन में बढ़ोतरी के लिए सरकार से लड़ाई लड़ी।
✅ ओबरा नगर पंचायत में जल संकट दूर करने के लिए प्रशासन को मजबूर किया।
✅ गरीबों, किसानों और मजदूरों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए संघर्ष किया।
बुनियादी सुविधाओं और आधारभूत विकास के लिए संघर्ष
✅ ओबरा नगर पंचायत के विस्तारित क्षेत्रों में सड़क, नालियों, लाइट और पानी की व्यवस्था को नियमित और सुचारु बनाने के लिए संघर्ष किया और सुधार कार्य जारी है।
✅ तेलगुड़वा से कोन तक की उपेक्षित सड़क, जो 13 वर्षों से नहीं बन पाई थी, उसके लिए संघर्ष किया और निर्माण कार्य शुरू करवाया।
✅ ओबरा डिग्री कॉलेज रोड की दुर्दशा को सुधारने के लिए संघर्ष किया और सड़क बनवाकर ही दम लिया।
✅ विस्तारित क्षेत्रों जैसे बिल्ली रेलवे स्टेशन, भलुआ टोला और खैरटिया छठ घाट में चापाकल लगवाने के लिए संघर्ष किया और लोगों को पेयजल की सुविधा उपलब्ध करवाई।
✅ ओबरा तापीय परियोजना में कार्यरत संविदा कर्मचारियों के लिए आवास आवंटन कराने के लिए संघर्षरत।
✅ ओबरा तापीय परियोजना के संविदा सफाई कर्मचारियों की समस्याओं को ऊर्जा मंत्री के समक्ष रखकर उनका निराकरण कराया।
✅ विस्तारित क्षेत्रों की बदहाल सड़कें और नालियां जनता के लिए बड़ी समस्या थीं। इस मुद्दे को जिलाधिकारी, मंडलायुक्त, अपर जिलाधिकारी और शासन के समक्ष मजबूती से रखा। जब प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया, तो जनता के साथ मिलकर विरोध प्रदर्शन किया, जिसके परिणामस्वरूप 25 करोड़ रुपये का टेंडर पारित करवाकर इन क्षेत्रों में विकास कार्य शुरू करवाया गया।
मानवता की सेवा और समाज कल्याण में योगदान
✅ 4300+ महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया और उन्हें आत्म-सम्मान और स्वाभिमान से जीने की सीख दी।
✅ महिलाओं को सिलाई की दुकान खोलकर मालिकाना हक दिलाया, जिससे वे आर्थिक रूप से स्वतंत्र बन सकें।
✅ कबाड़ बीनने वाले और मजदूरी करने वाले बच्चों को स्कूल भेजने के लिए अथक प्रयास किया और उन्हें शिक्षा की ओर प्रेरित किया।
✅ कोरोना काल के कठिन समय में, जब लोग अपने घरों में बंद थे, हमारी टीम ने 1000 परिवारों तक राशन पहुँचाया, 400 से अधिक लोगों के राशन कार्ड बनवाए और 2000 से अधिक लोगों को मास्क वितरित किए।
✅ बिल्ली रेलवे स्टेशन से झोपड़ीवासियों को जबरन हटाया गया था, तब संघर्ष करके उन्हें पुनः बसाया गया।
✅ ओबरा के सब्जी विक्रेताओं को VIP रोड से हटाया गया था, तब तत्काल संघर्ष कर उन्हें पुनः उसी स्थान पर स्थापित कराया गया।
✅ जरूरतमंदों की मदद के लिए समय-समय पर छाता, बच्चों के लिए चप्पल और गरीब परिवारों की शादी में आर्थिक सहायता प्रदान की गई।
✅ मूक-बधिर बच्चों को ट्रैक सूट वितरित किए, जिससे वे ठंड से बच सकें।
✅ जब कांशीराम आवास के गरीब परिवारों को ठंड में बाहर निकाल दिया गया था, तब संघर्ष कर उन्हें पुनः आवास दिलाया गया।
✅ हर वर्ष 1000+ जरूरतमंद परिवारों को शॉल और कंबल वितरित कर ठंड से बचाने का प्रयास किया जाता है।
श्रमिक और मजदूर हितों के लिए संघर्ष
✅ भारत ह्यूमन पाइप फैक्ट्री में कुछ अधिकारियों द्वारा 50 मजदूरों को बेरोजगार करने की साजिश के तहत बैरियर लगा दिया गया, जिससे उनका ट्रांसपोर्ट खर्च बढ़ जाए और वे काम छोड़ दें। हमारे नेतृत्व में इस अन्याय के खिलाफ संघर्ष किया गया और बैरियर को हटवाकर मजदूरों को उनका हक दिलाया गया। यह संघर्ष हमारी कर्तव्यनिष्ठा, ईमानदारी और मजदूर हितों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
हमारी गारंटी – हर नागरिक का अधिकार
✅ शिक्षा की गारंटी – हर बच्चा स्कूल जाए और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पाए।
✅ रोजगार की गारंटी – हर युवा को रोजगार मिले, जिससे वह आत्मनिर्भर बन सके।
✅ स्वास्थ्य की गारंटी – हर नागरिक को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ मिलें।
✅ आवास की गारंटी – हर परिवार को सिर पर छत मिले।
समाज के अंतिम व्यक्ति तक सेवा और संघर्ष का संकल्प
“मैं तब तक सफल नहीं मानूंगा जब तक किसी एक व्यक्ति के आंसू पोंछने और उसके दर्द को मिटाने में सफल न हो जाऊं।”
– आनंद पटेल ‘दयालु’
“संघर्ष मेरा परिचय है, सेवा मेरा कर्तव्य है, और नवनिर्माण मेरा लक्ष्य है।”
🚀 प्रदेश उपाध्यक्ष, अपना दल (एस) युवा मंच, उत्तर प्रदेश
🚀 राष्ट्रीय अध्यक्ष, राष्ट्रीय नवनिर्माण सेना
📌 संपर्क करें:
📧 Email: anandpateldayalu@gmail.com
🌐 Website: anandpateldayalu.in
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आइए, साथ मिलकर समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुँचाएँ!
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